जिस तरह से मौसम बदलता रहता है,ठीक वैसे ही सियासी राजनीतिक समीकरण कब कौन सा रूप धारण कर ले कह पाना मुश्किल है।राजस्थान में अजमेर,अलवर संसदीय उपचुनाव के साथ मांडलगढ़ विधानसभा उपचुनाव में जहां कांग्रेस शानदार जीत के साथ आगे के मिशन में जुट गई है, वहीं भाजपा आत्मचिंतन और मंथन में जुट गई है। किसी चुनाव में हार के लिए कई कारण हो सकते हैं लेकिन सियासत वालो के लिए एक छोटी सी हार उनकी प्रासंगिकता पर सवाल खड़ा कर सकती है। उपचुनावों में मिली जीत के बाद जहां एक तरफ सचिन पायलट का कद बढ़ा है, वहीं चाय पार्टी के जरिए कद्दावर नेताओं में से एक अशोक गहलोत ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। ऐसे में सवाल ये है कि क्या कांग्रेस जीत से मिली ताकत को आगे बरकरार रख पाएगी या ये पानी का बुलबुला साबित होगा। ठीक वैसे ही एक सवाल ये भी है कि उपचुनाव में मिली हार के बाद क्या वसुंधरा राजे अजेय होकर निकलेंगी या फिर राजस्थान उनकी मुट्ठी से हमेशा के लिए निकल जाएगा। राजस्थान में अपनी पकड़ बरकरार रखने के लिए जहां कांग्रेस टैलेंट सर्च जैसे अभियान पर जोर दे रही है, वहीं भाजपा किसानों और आम लोगों को लुभाने के लिए कई घोषणाएं कर सकती है। कुछ दिन पहले प्रदेश के कुछ छोटे पदाधिकारियों की ओर से विरोध का मोर्चा भी खोल दिया गया है। लेकिन बड़े नेताओं में चुप्पी है। सूत्रों की मानी जाए तो वसुंधरा को लेकर थोड़ी उलझन है। उपचुनाव के नतीजे को आधार बनाकर फेरबदल कितना उचित होगा यह सवाल है। लेकिन विरोधियों का तर्क है कि जिस तरह के नतीजे आए वह लोकसभा के लिहाज से भी खतरनाक है।
राजस्थान के चुनाव में जातीय समीकरण बहुत अहम होता है और फिलहाल भाजपा के पास प्रदेश में ऐसा प्रभावी विकल्प नहीं दिख रहा है जो चुनाव से महज आठ-नौ महीने पहले मूड बदल सके। उस स्थिति में वसुंधरा के तेवर की गारंटी भी नहीं है। गौरतलब है कि पिछले वर्षो में वह इसका प्रदर्शन भी कर चुकी हैं। हालांकि इस वक्त उनके पास विधायकों का उतना समर्थन नहीं है जैसा पहले हुआ करता था। लेकिन उनके दबदबे को नकारा भी नहीं जा सकता है।Hmsafar
Wednesday, 7 March 2018
ज़ख्मों पर मरहम
एक बुजुर्ग व्यक्ति था; जो बेहद कमजोर और बीमार था । और अकेले ही रहता था। उसके कंधों में दर्द रहता था लेकिन वह इतना कमजोर था कि खुद अपने हाथों से दवा लगाने में भी असमर्थ था। कंधों पर दवा लगवाने के लिए कभी किसी से मिन्नतें करता तो कभी किसी से।
एक दिन बुजुर्ग व्यक्ति ने पास से गुजरने वाले एक युवक से कहा कि बेटा जरा मेरे कंधों पर ये दवा मल दो। भगवान तेरा भला करेगा।
युवक ने कहा कि बाबा मेरे हाथों की उंगलियों में तो खुद दर्द रहता है। मैं तेरे कंधों की मालिश कैसे करूं ?
बुजुर्ग ने कहा कि बेटा दवा मलने की जरूरत नहीं। बस इस डिबीया में से थोड़ी सी मरहम अपनी अंगुलियों से निकालकर मेरे कंधों पर फैला दो। युवक ने बिना मन से डिबिया में से थोड़ी सी मरहम लेकर अंगुलियों से बुजुर्ग व्यक्ति के दोनों कंधों पर लगा दी। दवा लगते ही बुजुर्ग की बेचैनी कम होने लगीं और वो इसके लिए उस युवक को आशीर्वाद देने लगा। बेटा , भगवान तेरी अंगुलियों को भी जल्दी ठीक कर दे। बुजुर्ग के आशीर्वाद पर युवक अविश्वास से हंस दिया लेकिन साथ ही उसने महसूस किया कि उसकी अंगुलियों का दर्द भी गायब सा होता जा रहा है।
वास्तव में बुजुर्ग को मरहम लगाने के दौरान युवक की अंगुलियों पर भी कुछ मरहम लग गई थी। यह उस मरहम का ही कमाल था जिससे युवक की अंगुलियों का दर्द गायब सा होता जा रहा था। अब तो युवक सुबह, दोपहर और शाम तीनों वक्त बुजुर्ग व्यक्ति के कंधों पर मरहम लगाता और उसकी सेवा करता। कुछ ही दिनों में बुजुर्ग पूरी तरह से ठीक हो गया और साथ ही उस युवक के हाथों की दोनों अंगुलिया भी दर्दमुक्त होकर ठीक से काम करने लगीं।
तभी तो कहा गया है कि जो दूसरों के ज़ख्मों पर मरहम लगाता है उसके खुद के ज़ख्मों को भरने में देर नहीं लगती। दूसरों की मदद करके हम अपने लिए रोग - मुक्ति, अच्छा स्वास्थ्य और दीर्घायु ही सुनिश्चित करते हैं।
IAS इंटरव्यू में पूछा, ससुराल को इंग्लिश में क्या कहते है ?
. जंगली मुर्गों के लिए कौन सा अभयारण्य प्रसिद्ध है ?
उत्तर - माउण्ट आबू
२. मानव में गुर्दे का रोग किसके प्रदूषण से होता है ?
उत्तर - कैडमियम (Cd)
३. भारत में परमाणु ऊर्जा का उत्पादन कब आरम्भ हुआ था ?
उत्तर - 1969 ई
४. रेगिस्तान का कल्प वृक्ष किसे कहते हैं ?
उत्तर - खेजड़ी ( शमी ) को
५. एक रुपये के नोट पर किसके हस्ताक्षर होते हैं ?
उत्तर - वित्त सचिव, भारत सरकार के
६. 'भारतीय वानस्पतिक सर्वेक्षण' का मुख्यालय कहाँ स्थित है ?
उत्तर - कोलकाता में
७. पौधे का कौन-सा भाग श्वसन क्रिया करता है ?
उत्तर - पत्ती
८. ऐसा कौन सा जन्तु है जो जिन्दगी भर बिना पानी पिए जीता है ?
उत्तर - अमेरिका का कंगारू रैट
उत्तर - In Laws house
१०. भारत में हीरा किस राज्य में पाया जाता है ?
उत्तर - दोस्तों इस सवाल का जवाब आपको नीचे कमेंट में देना है
कहानी उस लड़के की जिसे ये लड़की आंख मारकर हो गई वायरल
सोशल मीडिया पर एक लड़की का वीडियो तेजी से वायरल हुआ। इस वीडियो में वो एक लड़के को आंख मार रही है। लड़की के बारे में तो सभी जान चुके हैं कि वो साउथ फिल्म एक्ट्रेस प्रिया प्रकाश वारियर है, जो फिल्म 'ओरू अदार लव' से डेब्यू कर रही है। लेकिन प्रिया वीडियो में जिस लड़के को आंख मार रही है, क्या उसके बारे में कोई जानता है?
वायरल वीडियो में प्रिया जिस लड़के को आंख मार रही है उसका नाम रोशन अब्दुल रऊफ। रोशन अभी 18 साल के हैं। वे आईसीए के फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट है। वे अच्छे डांसर भी है। उन्होंने एक डांस रियलिटी शो 'डी4' में भी हिस्सा लिया था। इसमें वे फाइनलिस्ट रहे थे। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में रोशन ने कहा, 'ये मेरी पहली फिल्म है। फिल्म को लेकर वे बेहद उत्साहित है। इस फिल्म में पांच हीरो-हीरोइन है। उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि वे अब स्क्रीन पर नजर आएंगे'।
रोशन रियल लाइफ में बेहद फनी है। उन्होंने अपनी कई फनी फोटोज इंस्टाग्राम पर शेयर कर रखी हैं। उन्होंने अपनी डेब्यू मूवी का एक फोटो इंस्टाग्राम पर शेयर किया है। इस फोटो में वे हवा में उड़ते नजर आ रहे हैं और प्रिया उन्हें देख रही है। इस फोटो पर उन्होंने कैप्शन दिया है, '
एक रुपये के नोट पर किसके हस्ताक्षर होते हैं ?
उत्तर - माउण्ट आबू
२. मानव में गुर्दे का रोग किसके प्रदूषण से होता है ?
उत्तर - कैडमियम (Cd)
३. भारत में परमाणु ऊर्जा का उत्पादन कब आरम्भ हुआ था ?
उत्तर - 1969 ई
४. रेगिस्तान का कल्प वृक्ष किसे कहते हैं ?
उत्तर - खेजड़ी ( शमी ) को
५. एक रुपये के नोट पर किसके हस्ताक्षर होते हैं ?
उत्तर - वित्त सचिव, भारत सरकार के
६. 'भारतीय वानस्पतिक सर्वेक्षण' का मुख्यालय कहाँ स्थित है ?
उत्तर - कोलकाता में
७. पौधे का कौन-सा भाग श्वसन क्रिया करता है ?
उत्तर - पत्ती
८. ऐसा कौन सा जन्तु है जो जिन्दगी भर बिना पानी पिए जीता है ?
उत्तर - अमेरिका का कंगारू रैट
९. ससुराल को इंग्लिश में क्या कहते है ?
उत्तर - In Laws house
१०. भारत में हीरा किस राज्य में पाया जाता है ?
उत्तर - दोस्तों इस सवाल का जवाब आपको नीचे कमेंट में देना है
शरीर में खाया-पिया नहीं लगता तो करें ये 2 उपाय, पहले दिन से फायदा शुरू
आज हम आपको इस पोस्ट में स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ ऐसी जानकारियां लेकर आए है, जिससे आपके शरीर में खाया-पिया लगेगा और शरीर को सुडौल बन जाएगा. शरीर में खाया-पिया न लगने के कारण लोग दुबलेपन के शिकार बन जाते हैं. दुबले-पतले लोग अक्सर अपने शारीरिक स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहते हैं. अगर आपके शरीर में खाया-पिया नहीं लगता तो ये 2 उपाय करने से आपको पहले दिन से ही फायदा मिलना शुरू हो जाएगा.
पाचनशक्ति वाले दवा का सेवन
पाचनशक्ति वाले दवा का सेवन
शरीर में खाया-पिया न लगने का सबसे मुख्य कारण व्यक्ति के पाचनशक्ति का कमजोर होना होता है. पाचनशक्ति कमजोर होने के कारण भोजन का पाचन अच्छे से नहीं हो पाता और व्यक्ति का शरीर दुबला-पतला हो जाता है. पाचनशक्ति को मजबूत बनाने के लिए किसी अच्छे आयुर्वेदिक औषधि का सेवन करें. इसके सेवन से पाचनशक्ति मजबूत होगा और शरीर में खाया-पिया लगेगा.
अंकुरित चना और गुड़ का सेवन
शरीर को सुन्दर और सुडौल बनाने के लिए व्यक्ति को प्रतिदिन अंकुरित चना और गुड़ का सेवन करना चाहिए. इसके सेवन से शरीर की पाचनशक्ति में सुधार होता है और शरीर में खाया-पिया लगेगा.
शरीर को सुडौल और आकर्षक बनाने के लिए नियमित व्यायाम करना बहुत जरुरी होता है. नियमित व्यायाम करने से शरीर सभी प्रकार की बिमारियों से दूर रहता है और शरीर सुन्दर और सुडौल बन जाता है.
3 चीज़े घर के दरवाजे पर ना रखे, वर्ना बर्बाद हो जाओगे
घर का मुख्य द्वार या यूँ कहे कि घर का दरवाजा ही घर की वास्तविक पहचान होता है। ऐसे में शास्त्रों के अनुसार यदि आप अपने घर पर देवी देवता की कृपा चाहते है, तो दरवाजे की शुद्धता का ध्यान रखना बेहद जरुरी है। वो इसलिए क्यूकि इसी दरवाजे से महालक्ष्मी घर में प्रवेश करती है। यहाँ तक कि इसी दरवाजे से सकारात्मक ऊर्जा आपके घर में प्रवेश करती है|इसलिए ऐसी चीजे दरवाजे पे पास बिलकुल न रखे जिससे आपके भाग्य को नुकसान हो|
१. टुटा फर्नीचर :- जब कोई व्यक्ति हमारे घर में प्रवेस करता है,तो सबसे पहले बैठने के लिए कुर्सी देखता है|ऐसे में यदि दरवाजे के पास कोई टूटी हुई कुर्सी या फर्नीचर या फिर पलंग रखा हो,उस पर बैठने से व्यक्ति गिर भी सकता है|इसलिए दरवाजे के पास कोई भी टुटा हुआ फर्नीचर नही रखना चाहिए| इसके आलावा एक मान्यता यह भी ह कि दरवाजे के पास टुटा हुआ पलंग या कोई भी फर्नीचर रखने से घर में अशांति फैलती है|और घर में झगडे होने लगते है|
२.कांटेदार पोधे :- कोई भी कांटेदार पोधा दरवाजे के पास न रखें|ऐसे पोधो में नकारात्मक उर्जा का वास होता है|इसलिए यदि आप ऐसे पोधे को दरवाजे के पास रखेंगे तो आपके घर में कभी सकारत्मक उर्जा प्रवेस नही कर पायेगी|इसके साथ ही आपके घर पर देवी देवताओ की कृपया नही हो पायेगी|इसके आलावा घर में आते समय ये कांटे किसी को भी चुभ भी सकते है|इसलिए ऐसे कांटेदार पोधो को दरवाजे के पास बिलकुल ही न रखें|
३ . टूटे-फूटे बर्तन :- हम कई घरों में देखते है कि जब कोई बर्तन टूट जाता है,तो उसको किसी कोने में रख दिया जाता है|घर में टूटे-फूटे बर्तन रखना भी अशुभ माना जाता है|इसलिए इन्हें तुरंत घर के भर कूड़े में फेंक देना चाहिए|और यदि ऐसे बर्तन आप दरवाजे के पास रखते है,तो इससे देवी-देवता भोत नाराज होते है|और साथ ही घर में नकारात्मक उर्जा का वास होता है।
३ . टूटे-फूटे बर्तन :- हम कई घरों में देखते है कि जब कोई बर्तन टूट जाता है,तो उसको किसी कोने में रख दिया जाता है|घर में टूटे-फूटे बर्तन रखना भी अशुभ माना जाता है|इसलिए इन्हें तुरंत घर के भर कूड़े में फेंक देना चाहिए|और यदि ऐसे बर्तन आप दरवाजे के पास रखते है,तो इससे देवी-देवता भोत नाराज होते है|और साथ ही घर में नकारात्मक उर्जा का वास होता है।
इन ३ चीजों को भूले से भी घर में न रखे|अगर राखी है,तो तुरंत घर से बहार निकल दें|जिससे की आपको किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े|
सूर्यदेव को करना हो प्रसन्न, इन फूलों का करें इस्तेमाल
विद्वानों का मानना है कि रविवार का व्रत करने और कथा सुनने से मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मान-सम्मान, धन-यश और उत्तम स्वास्थ्य मिलता है। कुष्ठ रोग से मुक्ति के लिए भी यह व्रत किया जाता है। सूर्य पूजा में उनके पसंदीदा पुष्पों का प्रयोग करें, तो भगवान भास्कर अत्यंत प्रसन्न होते हैं।
सूर्य देव के प्रिय पुष्प :-
विष्णु पुराण के अनुसार, सूर्य भगवान को यदि आक का फूल अर्पण कर दिया जाए, तो सोने के दस सिक्के चढ़ाने का फल मिलता है। भगवान आदित्य को चढ़ाने योग्य कुछ फूलों का उल्लेख वीर मित्रोदय, पूजा प्रकाश में भी है। सूर्य को रात्रि में कदम्ब के फूल और मुकुर को अर्पण करना चाहिए तथा दिन में शेष अन्य सभी फूल चढ़ाए जा सकते हैं।
बेला का फूल दिन और रात दोनों समय चढ़ाया जा सकता है। कुछ फूल सूर्य आराधना में निषिद्ध हैं। ये हैं गुंजा, धतूरा, अपराजिता, भटकटैया और तगर इत्यादि। इनका प्रयोग भूल कर भी नहीं करना चाहिए।
पूजा व और व्रत का विधान :-
रविवार को प्रातःकाल स्नान आदि से निवृत्त हो, स्वच्छ वस्त्र धारण कर सूर्य देव का स्मरण करें। घर के ही किसी पवित्र स्थान पर भगवान सूर्य की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। इसके बाद विधि-विधान से गंध-पुष्पादि से भगवान सूर्य का पूजन करें।
इसके बाद विधि-विधान से गंध-पुष्पादि से भगवान सूर्य का पूजन करें। एक समय भोजन करें। भोजन इत्यादि सूर्य प्रकाश रहते ही करें। अंत में कथा सुनें। इस दिन नमकीन और तेल युक्त भोजन न करें। यदि किसी कारणवश सूर्य अस्त हो जाए और भोजन न कर पायें, तो अगले दिन सूर्योदय तक निराहार रहें तथा फिर स्नानादि से निवृत्त होकर, सूर्य भगवान को जल देकर, उनका स्मरण करने के बाद ही भोजन ग्रहण करें।
लड़कियों के आँख मारने का मतलब क्या होता है ?
लड़की के आंख मारने का मतलब है कि उसे आपकी दोस्ती स्वीकार है और आपकी दोस्त बनने के लिये तैयार है।
शायद ये दोस्ती आगे जाकर प्यार में बदल सकती है। कई बार आंख मारने का कोई खास मतलब नहीं होता है लेकिन अगर कोई लड़की किसी लड़के को आंख मार रही है तो इसका मतलब है कि उसने लड़के का प्रपोज़ल स्वीकार कर लिया है।
शायद ये दोस्ती आगे जाकर प्यार में बदल सकती है। कई बार आंख मारने का कोई खास मतलब नहीं होता है लेकिन अगर कोई लड़की किसी लड़के को आंख मार रही है तो इसका मतलब है कि उसने लड़के का प्रपोज़ल स्वीकार कर लिया है।
इसके अलावा अगर कोई महिला पहली ही मुलाकात में अपने चेहरे के हाव-भावों से प्रेम दिखाती है तो पुरुष को पहली नज़र में ही ऐसी लड़की से नज़दीकियां बढ़ा लेनी चाहिए लेकिन अगर कोई लड़की इतने प्यार से आंख मारे तो उसका मतलब तो यही होता है कि उसे मन में आपके लिए कुछ ना कुछ तो जरूर है और आंख मारकर वो आपको इसका इशारा कर रही है।
अब तो आप समझ गए ना कि लड़की के आंख मारने का मतलब उसकी रज़ामंदी है।
अब तो आप समझ गए ना कि लड़की के आंख मारने का मतलब उसकी रज़ामंदी है।
जैसे लड़की के हंसने या मुस्कुराने को उसकी हां समझी जाती है, उसी तरह लड़की के आंख मारने को उसकी खुली रज़ामंदी समझ सकते हैं। वैसे तो लड़कियों को आंख मारते हुए कम ही देखा गया है क्योंकि इस काम का ठेका तो लड़कों ने ले रखा है लेकिन फिर भी इस तस्वीर में प्रिया प्रकाश आंख मारती हुई बहुत क्यूट लग रही है।
खाली पेट गुड़ खाने से जड़ से खत्म हो जाते है ये रोग
आपने गुड़ का नाम तो जरुर सूना होगा| गुड़ एक ऐसा चीज है जिसका सेवन करने में काफी स्वादिष्ट और फायदेमंद होता है| जो लोग रोजाना गुड़ का सेवन करते है उनका शरीर हमेशा स्वस्थ रहता है| आज हम आपको रोजाना सुबह खाले पेट गुड़ खाने से कौन से रोग जड़ से खत्म हो जाते है, बताने जा रहे है
खाली पेट गुड़ खाने के फायदे:-
गुड़ पेट संबंधी रोगों को ठीक करने का सबसे सस्ता और बेहतरीन चीज है| अगर आप रोजाना खाली पेट गुड़ का सेवन करते है| तो कब्ज, पेट गैस, एसिडिटी जैसे रोग दूर हो जाते है| साथ ही पाचन क्रिया भी मजबूत होती है|जिन लोगो को जोड़ो और घुटनों का दर्द हमेशा बना रहता है| उन्हें रोजाना एक छोटा धेला गुड़ के साथ थोड़ा अदरक का सेवन करना चाहिए| इससे जोड़ो और घुटनों के दर्द से जल्द आराम मिलता है|
त्वचा की सेहत के लिए भी गुड़ आपके लिए बहुत काम की चीज है। जी हां गुड़ रक्त से हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर कर, त्वचा की सफाई में मदद करता है, और रक्त संचार भी बेहतर करता है।
शरीर में आयरन की कमी होने पर गुड़ आपकी काफी मदद कर सकता है। गुड़ आयरन का एक अच्छा और सुलभ स्रोत है। एनिमिया के रोगियों के लिए भी गुड़ बेहद फायदेमंद होता है ये हानिकारक तोक्सिन को बाहर निकाल देता है| जिससे आपके चेहरे का रंग साफ़ होता है| मतलब जो लोग रोजाना गुड़ का सेवन करते है उनके चेहरे पर हमेशा निखार रहती है|
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